डॉलर के बराबर था हमारा रुपया, 1 रुपये में आते थे 25 किलो चावल! इस बात में कितनी हवा, कितना दम?

डॉलर के बराबर था हमारा रुपया, 1 रुपये में आते थे 25 किलो चावल! इस बात में कितनी हवा, कितना दम

डॉलर के मुकाबले रुपया 83 के स्तर से नीचे आ गया है, जो अब तक का सबसे कमजोर स्तर है 

साथ ही रुपये में यह कमजोरी क्यों और कैसे आई, इसकी भी जानकारी देंगे। 

कभी डॉलर के लगभग बराबर खड़ी रहने वाली भारतीय मुद्रा आज इतनी कमजोर कैसे हो गई 

1947 में जब भारत आजाद हुआ तो समृद्धि की एक नई यात्रा शुरू हुई। 1947 से पहले भारत आज जैसा देश नहीं था 

भारत की आजादी के समय रुपया डॉलर के बराबर नहीं था।रिपोर्ट के मुताबिक 1947 में एक डॉलर 3.30 भारतीय रुपये के बराबर था 

1949 तक एक डॉलर की कीमत 4.76 रुपये होने लगी। इसके बाद रुपये में लगातार कमजोरी जारी रही और डॉलर लगातार मजबूत होता गया 

जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, रुपये का मूल्य अधिक था, क्योंकि ब्रिटिश पाउंड का मूल्य भी अधिक था 

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