Amul milk Price 2023: जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक जैन एस मेहता ने बुधवार को कहा कि मानसून की अच्छी बारिश के बाद दूध की खरीद काफी बेहतर होने की उम्मीद है। ऐसे में दूध के दाम और बढ़ने की उम्मीद नहीं है।
अमूल ब्रांड के तहत अपने दूध उत्पाद बेचने वाले गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने कहा है कि दूध की कीमतों में और वृद्धि की संभावना नहीं है।
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक जैन एस मेहता ने बुधवार को कहा कि मानसून की अच्छी बारिश के बाद दूध की खरीद काफी बेहतर होने की उम्मीद है। ऐसे में दूध के दाम और बढ़ने की उम्मीद नहीं है।
मेहता ने कहा, ‘गुजरात में समय पर मानसून के कारण इस साल स्थिति काफी अच्छी है, कम से कम इसका मतलब है कि चारे की लागत के लिए उत्पादकों पर ज्यादा दबाव नहीं है, और हम दूध की अच्छी खरीद के दौर में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए हम किसी भी वृद्धि की उम्मीद नहीं कर रहे हैं.’
उन्होंने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि क्या आने वाले महीनों में कीमतों में कोई बढ़ोतरी होगी। निवेश योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि वे हर साल करीब 3,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं और यह अगले कई साल तक जारी रहेगा।
मेहता ने कहा, ‘… दूध की खरीद बढ़ाने के साथ-साथ प्रसंस्करण सुविधाओं में विस्तार की आवश्यकता है, हम राजकोट में एक नए डेयरी संयंत्र की घोषणा करेंगे… इसकी क्षमता 20 लाख लीटर प्रतिदिन से अधिक होगी और इसमें एक नई पैकेजिंग और प्रसंस्करण इकाई भी होगी।
उन्होंने कहा कि राजकोट परियोजना में कम से कम 2,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जबकि कई अन्य परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है। यूरोपीय संघ (ईयू) जैसे कुछ व्यापारिक भागीदारों द्वारा मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के तहत इस क्षेत्र में आयात शुल्क रियायतों की मांग के बारे में पूछे जाने पर मेहता ने कहा कि दूध देश में 10 करोड़ से अधिक परिवारों के लिए आजीविका का स्रोत है और अधिकांश उत्पादक छोटे और सीमांत किसान हैं।
उन्होंने कहा, ‘अगर विकसित देश अपने अधिशेष उत्पादन को हमारे देश में डंप करना चाहते हैं, तो यह हमारे किसानों के लिए एक समस्या बन सकता है और अमूल ने कई बार सरकार के सामने यही बात रखी है.’ उन्होंने कहा कि सरकार भी इसे मुख्य मुद्दा मानती है और यही कारण है कि डेयरी क्षेत्र को सभी एफटीए से बाहर रखा गया है.
उन्होंने कहा, ‘भारत यूरोपीय ‘पनीर’ जैसे डेयरी उत्पादों को मामूली 30 प्रतिशत शुल्क पर आयात करने की अनुमति देता है… ऐसा लगता है कि वे देश इस तरह की पहल नहीं कर रहे हैं… यूरोपीय संघ को डेयरी उत्पादों का निर्यात करना मुश्किल है …
अमेरिका में 60-100 प्रतिशत शुल्क है। भारत एक खुला बाजार है लेकिन यहां हम नहीं चाहते कि उनका अधिशेष सस्ती दर पर हमारे देश में आए और हमारे छोटे किसानों की आजीविका को नुकसान पहुंचाए।
Amul milk Price 2023 (Important Links)
Home Page | Click Here |
Join Our Telegram Group |
Click Here |
Official website | Click Here |
निष्कर्ष – Amul milk Price 2023
इस तरह से आप अपना Amul milk Price 2023 कर सकते हैं, अगर आपको इससे संबंधित और भी कोई जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं |
दोस्तों यह थी आज की Amul milk Price 2023 के बारें में सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में आपको Amul milk Price 2023 , इसकी सम्पूर्ण जानकारी बताने कोशिश की गयी है |
ताकि आपके Amul milk Price 2023 से जुडी जितने भी सारे सवालो है, उन सारे सवालो का जवाब इस आर्टिकल में मिल सके |
तो दोस्तों कैसी लगी आज की यह जानकारी, आप हमें Comment box में बताना ना भूले, और यदि इस आर्टिकल से जुडी आपके पास कोई सवाल या किसी प्रकार का सुझाव हो तो हमें जरुर बताएं |
और इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी Social Media Sites जैसे- Facebook, twitter पर ज़रुर शेयर करें |
ताकि उन लोगो तक भी यह जानकारी पहुच सके जिन्हें Amul milk Price 2023 पोर्टल की जानकारी का लाभ उन्हें भी मिल सके|’
Source –
Internet